श्री मीठा कुआ हनुमानजी मन्दिर
झिरी गॉव के पुरब दिशा में स्थित इस मन्दिर का निर्माण पाराशर ब्राहाम्णों के पूर्वजों ने करवाया था। मन्दिर के चबुतरे का निर्माण श्री जीवन लाल शर्मा] श्री मुंशी शर्मा] श्री प्यारे लाल शर्मा] श्री रामस्वरुप शर्मा ने करवाया था। झिरी गॉव के दानदाता श्री सुरेन्द्र हरदेनिया ने मन्दिर के पास एक कमरे का निर्माण करवाया था।
श्री मीठा कुआ हनुमानजी के मन्दिर पर हर चैत्र की पूर्णिमा ¼हनुमान जयन्ती½ को अखण्ड रामायण तथा भण्डारे का कार्यक्रम आम जनता के सहयोग से किया जाता हैं।
स्थानीय निवासी बताते हैं कि एक बार राजा की लडकी की शादी थी। इस लिए बारातियों के लिए शरबत की व्यवस्था करने के लिए मन्दिर के पास स्थित कुआ मे ही चीनी की बोरियां] पुरे कुआ के पानी को मीठा करने के लिए डाल दी गयी। फिर कुआ से निकाल-निकाल पानी बरातियों को शरबत के रुप मे परोसा गया। इसी कारण इस कुआ का नाम मीठा कुआ पडा। तथा मन्दिर का नाम श्री मीठा कुआ हनुमानजी रखा गया।
इस कुआ के पानी की मुख्य विषेशता यह है कि इसका पानी शीतल व मीठा है। तथा दुध मे यह पानी डालने पर खराब नही होता है।
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